अगर आप अमिताभ बच्चन या ऐसी ही कोई जानी-मानी हस्ती नही हैं तो फिर आप जानते ही होंगे के आपके ब्लॉग को प्रचारित करना कोई आसान काम नही है | इसके लिए आपको शुरूआती तौर पर कुछ करना होगा :
Ping Service : पिंग सर्विस ब्लॉग को प्रचारित करने का बोहत सरल और सबसे अहम् उपाए है मगर पुराने ब्लोग्गर्स भी इसे नज़रंदाज़ कर देते हैं | पिंग करने का अर्थ है के जब भी आप आपके ब्लॉग पर कोई लेख छापते तो एक सूचना इन पिंग-साइट्स को जाती है के भैया आपका ब्लॉग अपडेट हुआ है | अब्ब जब भी कोई व्यक्ति किसी पिंग साईट पे जाएगा टू उसे आपका ब्लॉग वहाँ दिख जाएगा | या फिर कभी कोई सर्च इंजन किसी पिंग साईट पे जाएगा तो उसे आपकी साईट की जानकारी वहाँ से मिलेगी | यह SEO का भी एक तरीका है | | |
Aggregator के साथ अपने ब्लॉग को रजिस्टर करें | कई ब्लॉग पढने वाले लोग सीधा aggregators पर जाते हैं नए ब्लॉग लेखों की जानकारी लेने के लिए|हिन्दी ब्लोग्स के लिए chittajagat.in और blogvani.com ऐसे दो aggregator हैं | | |
feedburner के साथ रजिस्टर करें | मुझे नए ब्लॉग लेखों की जानकारी सबसे पहले RSS feeds से ही मिलती है | और मैं यही पसंद भी करता हूँ .. क्यूँ न करुँ ... यह सबसे आसान है | बस एक सरसरी निगाह डाली और साड़ी जानकारी सामने होती है | मगर मुझ तक ये RSS Feeds पहुंचाता है feedburner | मुझ जैसे हजारों लोग बेशक यही तरीका इस्तेमाल करते होंगे | | |
दूसरों के ब्लॉग पर टिपण्णी कीजिये | इसका ये मतलब नही के सिर्फ़ प्रचार के लिए ऐसा करें और जेमनन में आए वो लिख दीजिये | यह इसलिए करें की आपका दूसरे ब्लौग्गर्स से एक रिश्ता कायम हो ... उन लोगों से जो आपके समान रुचि रखते हो | इसलिए उनके ब्लॉग को अच्छे से पढ़ें और वास्तविक टिपण्णी लिखिए | टिपण्णी करते वक्त अंत में अपना नाम और अपने ब्लॉग का लिंक भी छोड़ दें | | |
दूसरे ब्लॉग वालों से विनती करें की वो उनके ब्लॉग पर आपका लिंक दे दें | ऐसा करने से उनके ब्लॉग पर आने वाले पाठकों को आपके ब्लॉग के बारे में पता चलेगा और बदले में आप भी अपने ब्लॉग पर उनके ब्लॉग की लिंक दे दें | | |
लेख लिखते समय कूट शब्द का प्रयोग करें | लेख लिखने के पहले तय कर लें के आप किस बारे में लिखना चाहते हैं और उस विषय से सम्बंधित कूटशब्दों का प्रयोग 4-5 बार करें | इससे सर्च इंजन को आपके लेख को अनुक्रमानित ( index ) करने में मदद मिलेगी और हो सकता है के जब भी कोई व्यक्ति उन कूट शब्दों से सम्बंधित साईट या ब्लॉग को खोजे तो सर्च इंजन आपके लेख को काफ़ी ऊपर ले आए | | |
हिन्दी ब्लोग्स के लिए chittajagat.in और blogvani.com ऐसे दो aggregator हैं |
भरतजी
एग्रीग्रेटर सिर्फ ये दो नहीं और भी हैं। नारद और हिन्दी ब्लॉग्स इनमें जाने पहचाने नाम है।शायद आप ने इन दोनों एग्रीग्रेटर का नाम नहीं सुना होगा। नारद तो र्ग्री.. के प्तामाह कहे जा सकते हैं।
इन दोनों के लिंक हैं-
नारद
और
हिन्दी ब्लॉग्स
नारद तो एग्री....के पितामाह कहे जा सकते हैं।
सागर जी आपके सुझाव के लिए धन्यवाद | मैं ख़ुद हिन्दी ब्लॉग में नया हूँ इसलिए मुझे नारद की जानकारी नही थी | आशा है आपके सुझावों से मुझे और मेरे ब्लॉग के पाठकों को भी कुछ नया सीखने को मिलेगा |
Post a Comment